क्रय केंद्रों व धरनास्थलों पर धान बचाने की बड़ी चुनौती
बाराबंकी।
बारिश के चलते क्रय केंद्रों के साथ ही धरना स्थल पर भी धान को बचाने की चुनौती किसानों के सामने है। कुछ क्रय केंद्रों पर धान रखने सुरक्षित जगह न होने के कारण बुधवार को तौल ठप रही।
बदली टोकन व्यवस्था के बाद पिछले एक हफ्ते से धान खरीद प्रभावित है। किसान क्रय केंद्रों पर तौल का इंतजार रहे थे। अब पुराने टोकन समाप्त कर दिए गए हैं। ऐसे में किसान परेशान हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैतगुट के नेतृत्व में करीब 70 ट्राली धान के साथ जिला गन्ना कार्यालय परिसर में किसान मंगलवार से धरना दे रहे हैं। धान को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल व बरसाती से ट्रालियों को ढका गया है।
रामसनेहीघाट के भिटरिया स्थित क्रय केंद्र पर धान लदी ट्रालियों को तिरपाल से ढककर भीगने की कोशिश की गई। इसी तरह सादुल्लापुर व देवीगंज क्रय केंद्र पर भी बारिश से धान को बचाने की चुनौती दिखी। तौल बंद रही।
दरियाबाद ब्लाक के इंदरपुर स्थित क्रय केंद्र पर दो दर्जन ट्रालियां खड़ी हैं। करीब तीन हजार क्विटल धान बाहर तिरपाल से ढका लगा है। ज्यादा बारिश होने पर धान भीग सकता है। त्रिवेदीगंज ब्लाक के भिलवल क्रय केंद्र परिसर में भी तिरपाल से धान को ढका गया है। केंद्र प्रभारी उपेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उठान नहीं हो पा रही है। हुसेनाबाद क्रय केंद्र पर तौल ठप रही।
छंदवल क्रय केंद्र पर बारिश की वजह से तौल पूरी तरह से ठप रही। मसौली व देवा इलाके के सलारपुर क्रय केंद्र पर धान बाहर तिरपाल से ढका लगा है। खरीद ठप रही। कस्बा इचौली क्रय केंद्र पर भी उठान न होने से धान रैन बसेरा में रखा है। सिरौलीगौसपुर में भी तौल बंद रही। रामनगर के बुढ़वल क्रय केंद्र पर 30 ट्राली धान तिरपाल से ढका रखा है। तौल भी बंद रही।