मौलवी समेत चार गिरफ्तार
कानपुर ।
किशोर का धर्मांतरण करवा महिला से निकाह कराने के मामले में काकादेव थानेदार और चौकी इंचार्ज की बड़ी लापरवाही सामने आई है। संवेदनशील मामले में भी सुनवाई नहीं की और न ही उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। इसकी वजह से मंगलवार को दोनों को निलंबित कर दिया गया। वहीं दूसरी तरफ महिला व मौलवी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
काकादेव निवासी दंपती का 16 वर्षीय बेटा है। वह मैगी की दुकान पर काम करता है। रविवार को जाजमऊ निवासी महिला ने उसे घर पर बुलाकर उससे निकाह कर लिया था। लौटने पर उसने पूरी घटना परिजनों को बताई थी। इसके बाद परिजन चौकी इंचार्ज शेर सिंह व काकादेव इंस्पेक्टर रामकुमार गुप्ता को जानकारी दी। मगर किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद सोमवार को बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने जब हंगामा किया था तब केस दर्ज किया गया।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि थानेदार व दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच कराई जा रही है। जांच पूरी होने के बाद सख्त दंड दिया जाएगा।
एडीसीपी पश्चिम बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में जगईपुरवा चकेरी निवासी सिमरन, उसकी मां जमीला बानो, पिता हनीफ और तौहीद हुसैन मौलवी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जांच में सामने आया कि इंस्टाग्राम के जरिये सिमरन ने किशोर से संपर्क किया था। धीरे-धीरे दोनों में बात होने लगीं। इसी तरह से महिला ने उसको अपने जाल में फंसा लिया।
एडीसीपी ने बताया कि तफ्तीश में सामने आया कि सिमरन की दो शादियां हो चुकी हैं। उसकी एक बेटी भी है। वर्तमान में वह मायके में रहती है। एक तरह से उसने ये तीसरा अवैध निकाह किया था। पूछताछ के दौरान सिमरन ने कहा कि उसका प्रेम प्रसंग है, इसलिए वह शादी कर रही है।
किशोर बोला…मेरा दिमाग फिर गया, मुझे कलमा पढ़ाया
पुलिस ने किशोर के भी बयान दर्ज किए। किशोर ने बताया कि महिला ने घर पर बुलाया था। जब वह वहां पहुंचा तो उसको कुछ खाने पीने को दिया गया। खाने के बाद से उसका दिमाग फिर गया। उसको कुछ समझ नहीं आया। तभी मौलवी साहब ने कलमा पढ़ाया। धर्मांतरण कराया। उसके बाद निकाह कराया।